लेखनी प्रतियोगिता -14-Nov-2022 बाल दिवस पर कविता देश का भविष्य बच्चे


बाल दिवस पर कविता

देश का भविष्य बच्चे

जागो भविष्य देश के,
नेत्र खोल लो अभी।
अंधियारा मिट गया,
नवल प्रकाश लो अभी।

ज्ञान पुंज जो मिले,
उसे तुरत ग्रहण करो।
हदय से चिंतन करो,
आत्मसात करो अभी।
अंधियारा मिट गया,
नवल प्रकाश लो अभी।

उठो कि देश हित उठो,
माटी से तिलक करो।
याद कर शहीदों को,
शहादतें दिए कभी।
अंधियारा मिट गया,
नवल प्रकाश लो अभी।

आपसी दुराव मिटा, 
भाईचारा भाव हो।
प्रेम से लगे गले,
प्रीत दिल पालें सभी।
अंधियारा मिट गया,
नवल प्रकाश लो अभी।

मीठा हो या कि रूखा,
खा सके सब बांटकर।
एक रोटी हो अगर,
तोड़कर खा लें सभी।
अंधियारा मिट गया,
नवल प्रकाश लो अभी।

अलका गुप्ता 'प्रियदर्शिनी'
लखनऊ उत्तर प्रदेश।
स्व रचित मौलिक व अप्रकाशित
@सर्वाधिकार सुरक्षित।



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8 Comments

Palak chopra

15-Nov-2022 12:38 PM

Behtreen 🙏

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Gunjan Kamal

15-Nov-2022 09:58 AM

शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻

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Sandesh kumar 'Sarthak'

15-Nov-2022 08:49 AM

बेहतरीन

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